दोस्तों ,
आज मेरी माँ की बरसी है , उन्हें इस संसार से गए हुए २४ साल हो गए है ...लेकिन मैंने उन्हें हमेशा अपने पास ही पाया . मैं जो कुछ भी हूँ , उनकी वजह से हूँ . मुझमे मौजूद हर अच्छाई , उनकी ही है . मैं भी उनका ही हूँ . आज भी भीड़ भरी जिंदगी में उनके बिना अपना अकेलापन मन को बहुत सीलता है .. बहुत दर्द देता है ... सच में माँ की जगह इस संसार में कोई नहीं ले सकता है ..... उनको प्रणाम .
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एक अधूरी [ पूर्ण ] कविता
घर परिवार अब कहाँ रह गए है , अब तो बस मकान और लोग बचे रहे है बाकी रिश्ते नाते अब कहाँ रह गए है अब तो सिर्फ \बस सिर्फ...
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घर परिवार अब कहाँ रह गए है , अब तो बस मकान और लोग बचे रहे है बाकी रिश्ते नाते अब कहाँ रह गए है अब तो सिर्फ \बस सिर्फ...
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मिलना मुझे तुम उस क्षितिझ पर जहाँ सूरज डूब रहा हो लाल रंग में जहाँ नीली नदी बह रही हो चुपचाप और मैं आऊँ निशिगंधा के सफ़ेद खुशबु के साथ और त...
माँ को अश्रुपूर्ण श्रदांजलि
ReplyDeleteमाँ जहाँ भी होगी, आपको याद करती होगी।
ReplyDeletenamaskar sattpatti ji
ReplyDeletema ko bhav bhini shradhanjali .
bahut dino ke baad aapki poast dikhi .
maa bahut khas hoti hai .
http//:sapne-shashi.blogspot.com
Aankh bhar aayee!
ReplyDeleteसच है भाई, माँ से बड़ा कोई नहीं ...
ReplyDeleteकई बार रातों में उठकर
दूध गरम कर लाती होगी
मुझे खिलाने की चिंता में
खुद भूखी रह जाती होगी
मेरी तकलीफों में अम्मा, सारी रात जागती होगी !
बरसों मन्नत मांग गरीबों को, भोजन करवाती होंगी !
सुबह सबेरे बड़े जतन से
वे मुझको नहलाती होंगी
नज़र न लग जाए, बेटे को
काला तिलक, लगाती होंगी
चूड़ी ,कंगन और सहेली, उनको कहाँ लुभाती होंगी ?
बड़ी बड़ी आँखों की पलके,मुझको ही सहलाती होंगी !
शुभकामनायें आपको !
विनम्र श्रद्धांजलि, माता निर्माता भवति
ReplyDeleteमार्मिक प्रस्तुति ...समय मिले आपको तो आयेगा मेरी पोस्ट पर आपका स्वागत है http://aapki-pasand.blogspot.com/
ReplyDeletehttp://mhare-anubhav.blogspot.com/
दिल को छु गयी ये रचना
ReplyDeleteआज जब मैं एक ऐसे मुकाम पे खड़ी हूँ जहाँ आपना परिवार और घर छोड़ कर जाना होगा तो माँ की ममता और पापा के प्यार का महत्व अधिक पता चल रहा है
आदरपूर्वक श्रधांजली.
ReplyDeleteमाँ तो माँ होती है माँ को श्रधांजलि
ReplyDeleteमाँ को नमन व् श्रद्धा सुमन ...
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