Friday, January 13, 2012

"माँ का बेटा"

दोस्तों ,
आज मेरी माँ की बरसी है , उन्हें इस संसार से गए हुए २४ साल हो गए है ...लेकिन मैंने उन्हें हमेशा अपने पास ही पाया . मैं जो कुछ भी हूँ , उनकी वजह से हूँ . मुझमे मौजूद हर अच्छाई , उनकी ही है . मैं भी उनका ही हूँ . आज भी भीड़ भरी जिंदगी में उनके बिना अपना अकेलापन मन को बहुत सीलता है .. बहुत दर्द देता है ... सच में माँ की जगह इस संसार में कोई नहीं ले सकता है ..... उनको प्रणाम .

मैंने कुछ दिन पहले एक कविता लिखी थी " माँ का बेटा " . वही आज आप सभी के साथ बाँट रहा हूँ.

"माँ का बेटा"

वो जो अपनी माँ का एक बेटा था
वो आज बहुत उदास है !
बहुत बरस बीते ,
उसकी माँ कहीं खो गयी थी .....

उसकी माँ उसे नहलाती ,
खाना खिलाती , स्कूल भेजती
और फिर स्कूल से आने के बाद ,
उसे अपनी गोद में बिठा कर खाना खिलाती
अपनी मीठी सी आवाज़ में लोरियां सुनाती ..
और उसे सुलाती , दुनिया की नज़रों से बचाकर ....रखती !!!

उस बेटे को कभी कुछ माँगना न पड़ा ,
सब कुछ माँ ही तो थी ,उसके लिए ,
हमेशा के लिए... उसकी दुनिया बस उसकी माँ ही तो थी
अपनी माँ से ही सीखा उसने
सच बोलना , और हँसना
क्योंकि ,माँ तो उसके आंसुओ को
कभी आने ही नहीं देती थी
माँ से ही सीखा ,नम्रता क्या होती है
और मीठे बोल कैसे बोले जातें है
माँ से ही सीखा ,
कि हमेशा सबको क्षमा किया जाए
और सबसे प्यार किया जाए
वो जो अपनी माँ का एक बेटा था
वो आज बहुत उदास है !!

बहुत बरस बीते ,
उसकी माँ खो गयी थी ..
बहुत बरस हुए , उसकी माँ वहां चली गयी थी ,
जहाँ से कोई वापस नहीं लौटता ,
शायद ईश्वर को भी अच्छे इंसानों की जरुरत होती है !
वो जो बच्चा था ,वो अब एक
मशीनी मानव बना हुआ है ...
कई बार रोता है तेरे लिए
तेरी गोद के लिए ...

आज मैं अकेला हूँ माँ,
और बहुत उदास भी
मुझे तेरे बिन कुछ अच्छा नहीं लगता है
यहाँ कोई नहीं ,जो मुझे ; तुझ जैसा संभाले
तुम क्या खो गयी ,
मैं दुनिया के जंगल में खो गया !

आज ,मुझे तेरी बहुत याद आ रही है माँ !!!

11 comments:

  1. माँ को अश्रुपूर्ण श्रदांजलि

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  2. माँ जहाँ भी होगी, आपको याद करती होगी।

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  3. namaskar sattpatti ji
    ma ko bhav bhini shradhanjali .
    bahut dino ke baad aapki poast dikhi .

    maa bahut khas hoti hai .


    http//:sapne-shashi.blogspot.com

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  4. सच है भाई, माँ से बड़ा कोई नहीं ...
    कई बार रातों में उठकर
    दूध गरम कर लाती होगी
    मुझे खिलाने की चिंता में
    खुद भूखी रह जाती होगी
    मेरी तकलीफों में अम्मा, सारी रात जागती होगी !
    बरसों मन्नत मांग गरीबों को, भोजन करवाती होंगी !

    सुबह सबेरे बड़े जतन से
    वे मुझको नहलाती होंगी
    नज़र न लग जाए, बेटे को
    काला तिलक, लगाती होंगी
    चूड़ी ,कंगन और सहेली, उनको कहाँ लुभाती होंगी ?
    बड़ी बड़ी आँखों की पलके,मुझको ही सहलाती होंगी !

    शुभकामनायें आपको !

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  5. विनम्र श्रद्धांजलि, माता निर्माता भवति

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  6. मार्मिक प्रस्तुति ...समय मिले आपको तो आयेगा मेरी पोस्ट पर आपका स्वागत है http://aapki-pasand.blogspot.com/
    http://mhare-anubhav.blogspot.com/

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  7. दिल को छु गयी ये रचना
    आज जब मैं एक ऐसे मुकाम पे खड़ी हूँ जहाँ आपना परिवार और घर छोड़ कर जाना होगा तो माँ की ममता और पापा के प्यार का महत्व अधिक पता चल रहा है

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  8. आदरपूर्वक श्रधांजली.

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  9. माँ तो माँ होती है माँ को श्रधांजलि

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  10. माँ को नमन व् श्रद्धा सुमन ...

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