Monday, April 22, 2013

आदमजाद

या खुदा 
इस दुनिया के आदमजाद को अक्ल दे ,
सोच और समझ दे ;

औरते सिर्फ जिस्म के लिए नहीं होती ;
वो भी एक औरत ही है , जिसने इस आदमजाद को जन्म दिया !

औरते है तो दुनिया है !
इस बात को मजहब की तरह माने !!

या खुदा ,
इस दुनिया के आदमजाद को ये बता ,
कि औरत का वतन सिर्फ उसका बदन ही नहीं होता ,जैसा कि सारा शगुफ्ता ने कहा था !

या खुदा ,
आदमजाद को ये बता कि जानवर से भी बदतर होते जा रहा है वो .
कोई औरत उसकी बेटी ,बहन ,बीबी भी हो सकती है.

या खुदा
आदमजाद को इंसान बना !!!

विजय कुमार

7 comments:

  1. या खुदा
    आदमजाद को इंसान बना !!!

    आमीन

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  2. इन्सान तो बना दिया ,पर इंसानियत की जगह हेवानियत दे दी, यही चूक हो गयी
    .मर्म के दुःख को प्रगट करती कृति

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  3. bahut marmik rachna...mansik taur par beemar hota jaa raha hai smaaj....khuda raham...

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  4. या खुदा
    आदमजाद को इंसान बना !!!

    आज के वक्त का सबसे कठिन प्रश्न ....दुराचार करने वाले कभी कुछ समझेंगे ...नामुमकिन सा लगता है

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  5. ईश्वर सबको सम्मति दे दे।

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  6. या खुदा
    आदमजाद को इंसान बना !!!

    इंसान बनना ही सबसे आवश्यक.
    सुंदर प्रस्तुति.

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  7. सुंदर प्रस्तुति.

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